Tuesday, November 4, 2008
पूरी ख़बर है हमको
दो चार तिनके लेकर, तूफाँ के सामने हैं
वैसे क़यामातों की, पूरी ख़बर है हमको |
मुख में है राम लेकिन, तीखी छुरी बगल में
ऊंची सियासतों की, पूरी ख़बर है हमको |
हम जैसा जी रहे हैं, वैसाही लिख रहे हैं
ताज़ी रवायतों की, पूरी ख़बर है हमको |
हम ही तो हैं मुहाफिज़, क़ौमी अमानतों के
उनकी खयानतों की, पूरी ख़बर है हमको |
कितना कठिन समय है, यह तुम भी जानते हो
रस्मी इनायतों की, पूरी ख़बर है हमको |
हो कौन किसका दुश्मन, रहबर ही तय करेंगे
ज़ाती अदावतों की, पूरी ख़बर है हमको |
४ जनवरी १९९६
* रवायत - रवैया, रिवाज़ (ways, style, customs, mannerism) | मुहाफिज़ - रक्षक (protector)
खयानत - धोखा | अदावत - दुश्मनी (animosity)
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पुस्तक - बेगाने मौसम
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