Monday, January 10, 2011

'भारत-रत्न' 'राजा'



( 2-जी स्पेक्ट्रम से देश को कोई नुकसान नहीं,फायदा हुआ है- कपिल सिब्बल,८-१-२०११ )
सिब्बल जी ने किया है नूतन अनुसन्धान |
टू-जी स्पेक्ट्रम से, हुआ लोक-कल्याण |
हुआ लोक-कल्याण,हो गईं कॉलें सस्ती |
दिन भर बतियाकर लूटें जीवन की मस्ती |
कह जोशी कविराय सत्य का यही तकाज़ा |
अगले 'भारत-रत्न' बनाए जाएँ 'राजा'|

८-१-२०११

सुधि पाठक ध्यान दें कि पिछले लेख में हमने यही भविष्यवाणी की थी |


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(c) सर्वाधिकार सुरक्षित - रमेश जोशी । प्रकाशित या प्रकाशनाधीन ।Ramesh Joshi. All rights reserved. All material is either published or under publication. Joshi Kavi

Thursday, January 6, 2011

आँखों में उजियाले हों



चाहे रस्ते काले हों |
आँखों में उजियाले हों |

नहीं बुझे मन की ज्वाला
लाख जुबाँ पर ताले हों |

शंका के तूफानों में
हाथ हाथ में डाले हों |

चक्रव्यूह में घुसने के
रस्ते देखे-भाले हों |

पेकिंग चाहे उनकी हो
नुस्खे अपने वाले हों |

दौलत की इस भगदड़ में
कुछ पल 'बैठे ठाले' हों |

मक्कारी पहचान मगर
सपने भोले-भाले हों |

एक दिया भर रखने को
दीवारों में आले हों |

३-१-२०११
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Tuesday, January 4, 2011

सूरज जैसे ढलते रिश्ते


सूरज जैसे ढलते रिश्ते ।
फिर बन चाँद निकलते रिश्ते ।

गूंगे के गुड़ जैसे मीठे
धीरे-धीरे घुलते रिश्ते ।

उँगली पकड़े बच्चे जैसे
सँग-सँग बढ़ते-पलते रिश्ते ।

कलियों की पलकों पर लेटे
फूलों जैसे खुलते रिश्ते ।

नींद में सपने, साँस में खुशबू
संग लहू के बहते रिश्ते ।

लाख ज़माना बदल गया हो
फिर भी नहीं बदलते रिश्ते ।

३०-११-२०१०

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